डिजिटल दौर में डाटा सिक्योरिटी आज की सबसे बड़ी जरूरत है। यही वजह है कि हर क्षेत्र में इसे लेकर सतर्कता बढ़ती जा रही है। केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा इसे लेकर काफी विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदेश में साइबर सिक्योरिटी एवं डाटा सिक्योरिटी को लेकर नीति तक बन गई है।

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आईटी विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया और इंटरनेट से लैस डिजिटल दुनिया में कोई भी किसी की निजी जिदगी में ताक-झांक कर सकता है। लोगों के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां उनके फोन, कंप्यूटर या लैपटॉप में मौजूद रहती है। थोड़ी सी चूक से जरूरी डाटा हैकर उड़ा सकता है।

दुनिया भर में 28 जनवरी को डाटा प्राइवेसी डे के रूप में मनाया जाता है। यूरोपीय यूनियन के देशों द्वारा इसे डाटा सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यही वजह है कि गुरुग्राम स्थित विभिन्न आईटी-बीपीओ, मल्टीप्लेक्स और कॉरपोरेट कंपनियों में डाटा सिक्योरिटी डे मनाया गया। इस दौरान वर्कशॉप का आयोजन कर पेशेवरों को साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञों के माध्यम से जरूरी जानकारी मुहैया कराई गई।

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डाटा सिक्योरिटी से जुड़े अनुज परिहार का कहना है कि डाटा की सुरक्षा आज की सबसे बड़ी जरूरत है। इसे लेकर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। हैकर स्वयं को हमेशा दो कदम आगे रखते हैं। सेक्टर-33 स्थित स्टेलर हाउस में सेफगार्ड योग डाटा प्राइवेसी सेशन का आयोजन किया गया। इस दौरान टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों ने डाटा सिक्योरिटी एवं प्राइवेसी को लेकर लंबी चर्चा की। डाटा सिक्योरिटी के लिए यह जरूरी

– अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, टैबलेट एवं स्मार्टफोन में लेटेस्ट सॉफ्टवेयर का करें इस्तेमाल

– एंटी-मैलवेयर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें

– असुरक्षित वाईफाई का इस्तेमाल नहीं करें।

– एंक्रिप्शन के जरिए पर्सनल डाटा की सिक्योरिटी करें।

– सोशल मीडिया पर पर्सनल जानकारी शेयर करने से बचें।

– फोन में टेक्स्ट मैसेज या ईमेल का रिप्लाई करने से पहले उसका सोर्स देखें।

– नए डिवाइस पर अपनी प्राइवेसी सेटिग दर्ज करें।

– एप्लिकेशन को समय-समय पर अपडेट करें।

– फोन में लोकेशन ट्रैकिग जरूरी हो तो ही ओपन करें।

– पासवर्ड की सुरक्षा के लिए पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल करें।

– पासवर्ड लंबा होने के साथ-साथ जरूरी कोड इसमें होने चाहिए। डाटा सिक्योरिटी एवं प्राइवेसी को बरकरार रखना आज एक बड़ी चुनौती है। डाटा लीक होने की घटनाएं तेजी से बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में कंपनियों के साथ-साथ व्यक्तिगत स्तर पर डाटा सिक्योरिटी को लेकर विशेष सर्तकता जरूरी है।

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