छोटे-छोटे बच्चों को पोलियो जैसी भयंकर बीमारी से बचाने वाले फरिश्ते का आज जन्मदिन है। जी हां, हम डॉक्टर जोनास सॉल्क की बात कर रहे हैं जिन्होंने बच्चों को पोलियो का शिकार हो जाने से बचाया व पोलियो दवा का आविष्कार किया।
डॉक्टर जोनास सॉल्क का जन्म 28 अक्टूबर, 1914 में अमेरिका की न्यूयॉर्क सिटी में हुआ था। वे एक महान शोधकर्ता के रूप से जाने जाते है।
डॉ. सॉल्क द्वारा बनाई गई पोलियो दवा के उपलब्ध होने के ठीक 2 वर्ष पहले तक अमेरिका में 45,000 से भी ज्यादा लोग पोलियो के शिकार हो चुके थे लेकिन उनकी इस महान खोज के बाद यह संख्या 1962 में घटकर मात्र 910 ही रह गई।
इस महान व्यक्ति ने न्यूयॉर्क के विश्वविद्यालय से वर्ष 1939 में दवा क्षेत्र में एम.डी की डिग्री हासिल की थी जिसके बाद जल्द ही वे माउंट सिनाई अस्पताल में चिकित्सक के रूप में काम करने लगे। विभिन्न तरीके के शोध में उनकी बढ़ती हुई दिलचस्पी ने उन्हें मिशिगन के विश्वविद्यालय में एक खास तरह के शोध पर काम करने का मौका दिया।
इसके बाद सॉल्क ने पिट्सबर्ग के औषधि विद्यालय में भी काम किया जहां उन्होंने पोलियो की दवा बनाने की तकनीकों को सीखा। आखिरकार विभिन्न संगठनों में काम करने के बाद जब डॉ. सॉल्क ने पोलियो दवा का आविष्कार कर लिया तो पहली बार इसे बंदरों पर आजमाया गया। इसके बाद इसे कुछ मरीजों पर आजमाया गया जिन्हें पहले से ही पोलियो था।
इसके बाद तो जैसे डॉ. सॉल्क की इस महान खोज की खबर पूरे विश्व में फैल गई और इसे वर्ष 1954 में लाखों बच्चों पर आजमाया गया। अंत में साल 1955 में पोलियो दवा को सुरक्षित व लाभकारी करारा दिया गया।
पोलियो की दवा का आविष्कर करने वाले इस महान डॉ. जोनास सॉल्क का 23 जून, 1995 में 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।[the_ad_placement id=”after-content”]